योगणिया कौन होती है



नमस्कार दोस्तों मैं दीपक शर्मा स्वागत करता हूं




   

   

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आज का टॉपिक है योगिनी  कौन होती हैं योगियों का रहस्य

योगणिया 64 प्रकार की होती है और इनके मंदिर हमारे देश में भी मौजूद हैं यह योगिनी या माता के साथ रहती हैं उनकी सेविका बनके योगिनी का मतलब है जैसे पुरुष में योगी होते हैं जो अपनी सभी इंद्रियों पर काबू करना जानते हैं वैसे ही योगनी भी आपनी सभी इंद्रियों पर काबू करना जानती है योगिनी आयोग के थ्रू अपनी सभी इंद्रियों पर काबू करती है योग करने से योगियों के अंदर अद्भुत शक्ति आ जाती है मंत्र जाप करने से भी योगिनी कोई भी स्त्री बन सकती है उसके लिए ब्रह्मचारी नियम करना पड़ता है और निरंतर ध्यान करना पड़ता है मंत्र जाप करना पड़ता है और योग विद्या मेंं होना पड़ता है योगनिया एक पुरुष से ही विवाह करती है या गुरु के साथ संबंध बनाती है वह भी केवल योग विद्या में पारंगत होने के लिए जब कोई योगिनी चाहता साधना कर लेती है तब वह भैरवी बन जाती है किसी भी मनुष्य को वरदान देने में सक्षम होती हैं कुछ योगिनी या माता काली से प्रकट हुई है और कुछ खुद ही बनी है अपनी मर्जी से योगिनी कोई भी स्त्री या पुरुष योगिनी या योगी बनने से पहले 1 साल तक किसी भी देवी देवता की साधना करता है या करती है और 1 साल तक ब्रह्मचारिणी ब्रह्मचार्य का पालन करना पड़ता है जो 1 साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता है वही योगिनी या योगी बनता है योगिनी बनने के लिए कोई भी एक मंत्र का जाप करना पड़ता है वह भी 1 साल तक जब वह मंत्र 1 साल में सिद्ध हो जाता है तो वह पुरुष या स्त्री योगी योगिनी बन जाते हैं योगियों की उत्पत्ति यह कथा है एक बार मां काली एक राक्षस जिसका नाम घोर था उस से युद्ध कर रही थी वह राक्षस इतना फुर्तीला था की जैसी माता पार करती थी वैसी वहां से वह भाग जाता थ ऐसा बहुत बार होता चला गया जिससे माता काली को पसीना आने लगा वह पसीना जहां जहां धरती पर गिरा वाह वाह योगनिया उत्पन्न हो गई वह योगिनीया माता का ही अंश है बहुत सारी योगियों के उत्पन्न होने के बाद कुछ योगिनी या सोम मेथी तो कुछ योगिनी या उग्र थी जो सोम में थी उनकी लोग साधना करते हैं उग्र थी उनकी तांत्रिक लोग साधना करते हैं क्योंकि वह साधना बहुत खतरनाक होती है कुछ प्रचलित योगिनी या है जिनका नाम हैं (1) मधुमति (2) आरागिनी और कामेश्वरी है आदि नाम आते हैं योगनिया इतनी शक्तिशाली होती है वह अपनी ज़िद पर आ जाए तो उन्हें रोक पाना बहुत मुश्किल है इस लिए योगिनी साधना सावधानी से करनी चाहिए कोई सफलता मिलती है आप इन्हें किसी भी रूप में प्राप्त कर सकते हैं पत्नी बहन मां के रूप में जो आपका मन करे उस रूप में इन्हें प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि इनके अंदर पृथ्वी तत्व का आगमन होता है इसलिए यह जिस रूप में आप चाहे उस रूप में सिद्ध हो जाती है इनकी साधना के लिए इनके बराबर ही ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि अगर उड़ जा कम हुई तो हमारी जान को भी आफत आ सकती है कभी भी इनकी साधना करें तो निस्वार्थ भाव से करें अच्छे विचारों से करें अगर बुरे विचारों से ना करें योगियों के पास ऐसी ऐसी शक्तियां होती है जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते योगियों के कारण ही कुबेर जी को धन की प्राप्ति हुई योगिनी या जो साधक पर भी प्रसन्न हो जाए उन्हें वह सब कुछ दे सकती हैं जो कोई देवी-देवता दे सकता है वह बहुत शक्तिशाली होती है योगनी की साधना बेहद सावधानी से करनी चाहिए शक्ति की उपासना करते हैं और भैरव की उपासना करते हैं तो इनकी कृपा बहुत जल्दी प्राप्त होती है भारत में इनके मंदिर चार तरफ है उड़ीसा में है  मध्यप्रदेश में भुवनेश्वर में है वालीगरी जिले में है यह चार मंदिर है भारत में है मध्यप्रदेश में 64 योनियों का मंदिर हैं योगिनी साधना करने से पहले माता शक्ति की साधना 1 साल तक करनी होती है उसके बाद ही आप लोग ने की साधना करें इससे योगिनी बहुत जल्दी प्रसन्न होती है  इनकी साधना करते वक्त मन में पवित्रता रखनी जरूरी है यह आपको बहुत अद्भुत तरह की शक्तियां दे सकती हैं जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते यह थी योगियों के ऊपर छोटी सी जानकारी

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          धन्यवाद


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